Report By : Iqbal
हैदराबाद : तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने गुरुवार को हैदराबाद के निजामपेट में आयोजित जय हिंद यात्रा और सभा में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार की नीतियों पर तीखा हमला बोला और पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध को जल्दबाजी में समाप्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की। अपने जोशीले भाषण में, मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार की देशभक्ति को रेखांकित किया और राहुल गांधी को देश का अगला प्रधानमंत्री बनाने की अपील की।
जनता के प्रति आभार और आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख
मुख्यमंत्री रेड्डी ने तेलंगाना की जनता का उन्हें मुख्यमंत्री चुनने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने नेकलेस रोड पर उठे नारों का जिक्र करते हुए कहा, “पहलगाम में भारतीयों के दिलों पर गोलियां दागने वाले सभी आतंकवादियों का सफाया होना चाहिए।” उन्होंने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ प्रधानमंत्री को पूर्ण समर्थन देने की बात दोहराई और कहा कि कांग्रेस ने हमेशा आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम उठाए हैं। रेड्डी ने दावा किया कि उनकी पार्टी पाकिस्तान को विश्व के नक्शे से मिटाने की दिशा में मजबूती से खड़ी है।
मुख्यमंत्री रेड्डी ने तेलंगाना की जनता का उन्हें मुख्यमंत्री चुनने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने नेकलेस रोड पर उठे नारों का जिक्र करते हुए कहा, “पहलगाम में भारतीयों के दिलों पर गोलियां दागने वाले सभी आतंकवादियों का सफाया होना चाहिए।” उन्होंने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ प्रधानमंत्री को पूर्ण समर्थन देने की बात दोहराई और कहा कि कांग्रेस ने हमेशा आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम उठाए हैं। रेड्डी ने दावा किया कि उनकी पार्टी पाकिस्तान को विश्व के नक्शे से मिटाने की दिशा में मजबूती से खड़ी है।
पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध और पीओके पर स्टैंड
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने सर्वदलीय बैठक में केंद्र सरकार को पूर्ण समर्थन दिया और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को भारत में विलय करने की मांग की। हालांकि, उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल किया कि पाकिस्तान पर सैन्य हमले के महज चार दिन बाद युद्ध को क्यों समाप्त कर दिया गया। रेड्डी ने पूछा, “युद्धविराम की घोषणा से पहले सभी दलों की राय लेने के लिए सर्वदलीय बैठक क्यों नहीं बुलाई गई?” उन्होंने केंद्र की नीति को कमजोर और जल्दबाजी में लिया गया फैसला करार दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने सर्वदलीय बैठक में केंद्र सरकार को पूर्ण समर्थन दिया और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को भारत में विलय करने की मांग की। हालांकि, उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल किया कि पाकिस्तान पर सैन्य हमले के महज चार दिन बाद युद्ध को क्यों समाप्त कर दिया गया। रेड्डी ने पूछा, “युद्धविराम की घोषणा से पहले सभी दलों की राय लेने के लिए सर्वदलीय बैठक क्यों नहीं बुलाई गई?” उन्होंने केंद्र की नीति को कमजोर और जल्दबाजी में लिया गया फैसला करार दिया।
इंदिरा गांधी की विरासत का जिक्र
मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की बहादुरी की तारीफ की, जिन्होंने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान को दो हिस्सों में बांटकर इतिहास रचा था। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने न केवल पाकिस्तान को सबक सिखाया, बल्कि अमेरिका के हस्तक्षेप की कोशिशों को भी करारा जवाब दिया। रेड्डी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय सेना के कर्नल संतोष कुमार की चीनी सेना के साथ संघर्ष में शहादत के बाद भी प्रधानमंत्री मोदी ने चीन के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की बहादुरी की तारीफ की, जिन्होंने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान को दो हिस्सों में बांटकर इतिहास रचा था। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने न केवल पाकिस्तान को सबक सिखाया, बल्कि अमेरिका के हस्तक्षेप की कोशिशों को भी करारा जवाब दिया। रेड्डी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय सेना के कर्नल संतोष कुमार की चीनी सेना के साथ संघर्ष में शहादत के बाद भी प्रधानमंत्री मोदी ने चीन के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
मोदी सरकार पर तंज, अमेरिका के दबाव का आरोप
रेड्डी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दबाव में आकर पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध को समय से पहले समाप्त कर दिया। उन्होंने कहा, “केवल साहस और दृढ़ संकल्प वाला नेता ही युद्ध की रणनीति तैयार कर सकता है। इंदिरा गांधी ने यह साहस दिखाया था।” मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि वह पाकिस्तान को दो हिस्सों में बांटने के लिए पूर्ण समर्थन देते हैं और केंद्र के इस फैसले की निंदा की।
रेड्डी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दबाव में आकर पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध को समय से पहले समाप्त कर दिया। उन्होंने कहा, “केवल साहस और दृढ़ संकल्प वाला नेता ही युद्ध की रणनीति तैयार कर सकता है। इंदिरा गांधी ने यह साहस दिखाया था।” मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि वह पाकिस्तान को दो हिस्सों में बांटने के लिए पूर्ण समर्थन देते हैं और केंद्र के इस फैसले की निंदा की।
जय हिंद यात्रा और तिरंगा रैली पर सवाल
मुख्यमंत्री ने बीजेपी की तिरंगा रैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि युद्ध समाप्त होने के बाद ऐसी रैलियां आयोजित करना बेमानी है। उन्होंने कहा, “युद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा का विषय है, न कि बीजेपी का निजी मामला।” रेड्डी ने जय हिंद यात्रा को भारतीय सैनिकों में आत्मविश्वास जगाने का प्रयास बताया, जिनका मनोबल केंद्र सरकार की नीतियों से कमजोर हुआ है।
मुख्यमंत्री ने बीजेपी की तिरंगा रैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि युद्ध समाप्त होने के बाद ऐसी रैलियां आयोजित करना बेमानी है। उन्होंने कहा, “युद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा का विषय है, न कि बीजेपी का निजी मामला।” रेड्डी ने जय हिंद यात्रा को भारतीय सैनिकों में आत्मविश्वास जगाने का प्रयास बताया, जिनका मनोबल केंद्र सरकार की नीतियों से कमजोर हुआ है।
राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने की अपील
रेड्डी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को “नाकाम” करार देते हुए कहा कि देश को इस मुश्किल समय में राहुल गांधी जैसे मजबूत नेता की जरूरत है। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने तक संघर्ष जारी रखें। उन्होंने गांधी परिवार की देश के लिए बलिदान की परंपरा को याद करते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखा है।
रेड्डी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को “नाकाम” करार देते हुए कहा कि देश को इस मुश्किल समय में राहुल गांधी जैसे मजबूत नेता की जरूरत है। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने तक संघर्ष जारी रखें। उन्होंने गांधी परिवार की देश के लिए बलिदान की परंपरा को याद करते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखा है।
मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी की जय हिंद यात्रा और सभा ने न केवल कांग्रेस की राष्ट्रवादी सोच को मजबूती दी, बल्कि केंद्र सरकार की नीतियों पर भी गंभीर सवाल उठाए। रेड्डी ने साफ कर दिया कि कांग्रेस पार्टी आतंकवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करेगी।